Sunday 9 October 2016

satish sah sayari



मौत तो मोहब्बत है एक दिन गले जरूर लगायेगी,
दिल धड़कता है तो बस इस बात पे क्या उस दिन,
तेरी सूरत नज़रो के सामने कयामत बन के आयेगी,
छोड देंगे ये जहाॅ पर रूह तेरी गलीयो मे रह जायेगी..


तेरा ख़याल तेरी आरजू न गयी,
मेरे दिल से तेरी जुस्तजू न गयी,
इश्क में सब कुछ लुटा दिया हँसकर मैंने,
मगर तेरे प्यार की आरजू न गयी..

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