1. जितना हीं मेरा मिज़ाज है सादा,
उतने हीं मुझे उलझे हुए लोग मिले..
उतने हीं मुझे उलझे हुए लोग मिले..
2. ख्वाब सा था साथ तुम्हारा,
ख्वाब बन के रह गया..
ख्वाब बन के रह गया..
3. रोज़ रोज़ गिर कर मुकम्मल खड़ा हूँ,
ज़िन्दगी देख में तुझसे कितना बड़ा हूँ..
ज़िन्दगी देख में तुझसे कितना बड़ा हूँ..
Two Line Shayari in Hindi on Ishq Kya Hai
1. जिसे पा नही सकते..
उसे सोचकर ही खुश होना ‘इश्क’ हैं..
उसे सोचकर ही खुश होना ‘इश्क’ हैं..
2. कभी सोचता हूँ की सारे हिसाब चुकता कर आउ,
लेकिन फिर ख्याल आता है कि आसुओ की कीमत लाख गुना अधिक होती है..
लेकिन फिर ख्याल आता है कि आसुओ की कीमत लाख गुना अधिक होती है..
3. ये चांद की आवारगी भी यूंही नहीं है,
कोई है जो इसे दिनभर जला कर गया है..
कोई है जो इसे दिनभर जला कर गया है..
No comments:
Post a Comment