बिन बुलाये किसी के घर जाया नहीं करते महफिल में इश्क बहाया नहीं करते आज फिर उन्ही के आने का करार है देव वर्ना किसी के इंतजार में राहे यूँ सजाया नहीं करते
बिन बुलाये किसी के घर जाया नहीं करते महफिल में इश्क बहाया नहीं करते आज फिर उन्ही के आने का करार है देव वर्ना किसी के इंतजार में राहे यूँ सजाया नहीं करते
No comments:
Post a Comment